विश्व ग्रामीण महिला दिवस: अनसुनी नायिकाओं को सलाम
हर वर्ष 15 अक्टूबर को विश्व ग्रामीण महिला दिवस मनाया जाता है। यह दिवस ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के योगदान, संघर्ष और समाज में उनकी भूमिका को सम्मान देने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
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Richa Gupta
Created AT: 15 अक्टूबर 2025
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हर वर्ष 15 अक्टूबर को विश्व ग्रामीण महिला दिवस मनाया जाता है। यह दिवस ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के योगदान, संघर्ष और समाज में उनकी भूमिका को सम्मान देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। ग्रामीण महिलाएं कृषि, पशुपालन, जल-संरक्षण, वनों की देखभाल और परिवार के पोषण में अहम भूमिका निभाती हैं। वे न केवल अपने परिवार की आधारशिला होती हैं, बल्कि पूरे ग्रामीण समाज की प्रगति में भी महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।


विश्व ग्रामीण महिला दिवस हमें यह याद दिलाता है कि सतत विकास और खाद्य सुरक्षा जैसी वैश्विक चुनौतियों का समाधान तब तक संभव नहीं है, जब तक ग्रामीण महिलाओं को समान अवसर और अधिकार नहीं दिए जाएंगे। ग्रामीण महिलाएं खेतों में काम करती हैं, बीज बोती हैं, फसलों की देखभाल करती हैं और घर-परिवार की जिम्मेदारियों को भी निभाती हैं। वे अक्सर कठिन परिस्थितियों में भी अपने परिवार और समाज की भलाई के लिए कार्य करती हैं। इसके बावजूद, उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं, भूमि अधिकारों और वित्तीय संसाधनों तक पर्याप्त पहुंच नहीं मिल पाती। यह असमानता विकास में बाधा उत्पन्न करती है। इसलिए, विश्व ग्रामीण महिला दिवस का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण, समान अधिकारों की प्राप्ति और संसाधनों तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करना है।


इस दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 18 दिसंबर 2007 को की थी, और इसे पहली बार वर्ष 2008 में मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि जब ग्रामीण महिलाओं को शिक्षा, प्रशिक्षण और आर्थिक स्वतंत्रता के अवसर दिए जाते हैं, तब पूरा समुदाय प्रगति करता है। यह दिवस कृषि और ग्रामीण विकास में महिलाओं के योगदान को मान्यता देने का एक माध्यम है।


आज के समय में ग्रामीण महिलाएं न केवल खेती-बाड़ी तक सीमित हैं, बल्कि वे स्वयं सहायता समूहों, लघु उद्योगों और उद्यमिता के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रही हैं। सरकार और विभिन्न सामाजिक संस्थाएं उन्हें सशक्त बनाने के लिए अनेक योजनाएं चला रही हैं। यह आवश्यक है कि हम ग्रामीण महिलाओं के श्रम का सम्मान करें, उनके अधिकारों की रक्षा करें और उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल करें। विश्व ग्रामीण महिला दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि एक संदेश है कि जब ग्रामीण महिलाएं मजबूत होंगी, तो समाज, अर्थव्यवस्था और राष्ट्र भी मजबूत होंगे। उनका सशक्तिकरण ही एक समृद्ध और समानता आधारित विश्व की नींव है।



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